Wednesday, March 27, 2019

गुलों के रंग सितारों की रौशनी दे दूं gulon ke rang sitaaron ki raushani de doon - Md Rafi

गुलों के रंग सितारों की रौशनी

फिल्म: सलाम-ए-मोहोबत (1983)         संगीतकार: उषा खन्ना
गीतकार: गौहर कानपुरी/निदा फाजली      गायक: मो. रफ़ी  


गुलों के रंग सितारों की रौशनी दे दूं
जो तुम कहो तो तुम्हें अपनी शायरी दे दूं

ये आइना तुम्हें क्या देगा मेरे पास आओ -2
बदन को लोच अदाओं को दिलकशी दे दूं -2

तुम्हारी जुल्फों की रातें बहुत अँधेरी हैं -2
चले भी आओ मोहोब्बत की चांदनी दे दूं -2

तुम्हारे रेशमी आँचल में टांक दूं मौसम -2
चमन के सारे नज़ारों की ताज़गी दे दूं -2

कुछ और तो नहीं मेरे, ग़रीबदामन में -2
अगर क़ुबूल करो अपनी ज़िन्दगी दे दूं -2

sargam of this ghazal is available.

2 comments:

  1. If possible, please correct "कुछ और तो नहीं मेरे, ग़रीबदामन में"

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    1. संशोधन सुझाने हेतु धन्यवाद. संशोधन कर दिया है.

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